जिसने अपने राष्ट्र की सेवा के लिए विदेश में एक उच्च वेतन वाली गूगल की नौकरी छोड़ी

जिसने अपने राष्ट्र की सेवा के लिए विदेश में एक उच्च वेतन वाली गूगल की नौकरी छोड़ी

अगर अपने काम इमानदारी से करें और अपने  लक्ष से बिना भटके हुए निरंतर आगे बढ़ते रहें तो सफलता जरूर मिलती है !  इस बात को अपना मूल मंत्र बनाने वाले अभिषेक बर्मा अपनी इच्छा शक्ति के बल पर संपूर्ण भारत की सबसे कठिन समझे जाने वाले इसमहत्वपूर्ण परीक्षा में जिसको हम सब लोग यूपीएससी एग्जाम के नाम से जानते हैं, पूरे भारत में कितनी रैंक हासिल  करके अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया  है ! 

 

अभिषेक ने अपनी इंटरमीडिएट तक की शिक्षा हिंदी माध्यम में प्राप्त की है और आज  आईपीएस बन जाने के बाद आज अभिषेक हिंदी माध्यम वाले छात्रों के लिए एक रोल मॉडल का काम कर रहे हैं ! 

सिकंदरपुर क्षेत्र के कोयला व्यापारी जयप्रकाश शर्मा के पुत्र अभिषेक ने प्राइमरी स्तर तक की पढ़ाई अपने गांव से ही पूरी की https://pin-up.desi/ है उसके बाद उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा भी हिंदी माध्यम से की है जिसके  उन्हें 70% अंक हासिल हुए ! वर्ष 2011 में इंटर में उत्पन्न करने के बाद उन्होंने इलाहाबाद में उतरे नेहरू विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस में बीटेक में दाखिला लिया !  सन 2015 में बीते को दूर करने के पश्चात कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा उनका  प्लेसमेंट दुनिया की सबसे  बड़ी कंपनी गूगल ! 

इसके बाद अभिषेक ने गूगल की नौकरी छोड़ कर आई थी देहरी से एमटेक की परीक्षा होती थी साथ ही उन्होंने वर्ष 2017 में सिविल सेवा परीक्षा की जिसमें उन्हें ऑल ओवर इंडिया 961 की रैंक हासिल हुई इसके बाद उन्होंने के ग्राम को दोबारा दिया और आखिरकार 32 रैंक हासिल हुई

वे विदेश गए जहां उन्हें एक उच्च वेतन वाली कॉर्पोरेट नौकरी मिली, लेकिन उन्हें वह नौकरी कभी नहीं मिली जो वे वास्तव में चाहते थे। “यह मेरे लिए बहुत आरामदायक था।” आराम के साथ,उन्होंने चुनौतियों की कमी का अनुभव किया।बिना किसी और विचार के, वह अपने राष्ट्र की सेवा के लिए भारत वापस आ गया।